


प्रदेश के ऊपरी इलाकों में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते नर्मदा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए रविवार को जल प्रबंधन के तहत नर्मदा पर बने दो प्रमुख बांधों – इंदिरा सागर के 12 गेट और ओंकारेश्वर बांध के 9 गेट खोल दिए गए।
ओंकारेश्वर बांध से लगभग 3500 क्यूमेक्स पानी का डिस्चार्ज किया जा रहा है, वहीं टरबाइन संचालन के जरिए 1860 क्यूमेक्स पानी और नर्मदा में छोड़ा जा रहा है। इस वजह से ओंकारेश्वर, बड़वाह, खेड़ीघाट और नावघाटखेड़ी के सभी घाट पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं।
बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने निचली बस्तियों में अलर्ट जारी कर दिया है। ब्रह्मपुरी घाट को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है, जबकि नर्मदा में नौका संचालन पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। बड़वाह के नावघाटखेड़ी क्षेत्र की सभी अस्थायी दुकानें हटवा दी गई हैं।
साथ ही, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, धार, धामनोद, महेश्वर, मंडलेश्वर और सनावद के क्षेत्रीय प्रशासन को सतर्क रहने और स्थिति पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।
मुनादी कर दी जा रही चेतावनी
ओंकारेश्वर और बड़वाह क्षेत्र में प्रशासन की ओर से मुनादी कर लोगों को सचेत किया जा रहा है। प्रशासन का कहना है कि यदि वर्षा की तीव्रता बनी रही तो ओंकारेश्वर बांध के और गेट खोले जा सकते हैं।